पाठ ४ – पहचान की समस्या

“तुम कौन हो ?” इल्ली ने कहा। लेविस कार्रोल , ऐलिस इन वंडरलैंड  थॉमस नागेल की इसी सवाल पर श्रद्धा देते हुए निक कार्टर ने बहुत ही बेहतरीन लेख लिखा है जिसमे ये सवाल पर चर्चा की है की: बिटकॉइन होना कैसा महसूस होता है? वह शानदार तरीके से व्यक्त करता है की सार्वजनिक ब्लॉकचैन और … Read more

पाठ ३ – प्रतिकृति और स्थान

क्वांटम मैकेनिक्स को अगर बाजु में रखा जाये तो हमारी इस भौतिक दुनिया में स्थान की कोई समस्या नहीं है. एक सवाल “X कहा है?” इसका जवाब स्पष्ट रूप से दिआ जा सकता है चाहे वो कोई वस्तु हो या मनुष्य। डिजिटल दुनिया में कहाँ  यह सवाल थोड़ा कठिन है परन्तु असंभव नहीं। हमारा ईमेल सच में … Read more

पाठ २ – दुर्लभता की दुर्लभता

आम तौर पर, प्रौद्योगिकी प्रगति से सब कुछ प्रचुर मात्रा में मिलने लगता है। पहले जो सिर्फ एक भोग विलास की वास्तु मानी जाती थी आज वह वस्तु का कई आम लोग भी आनंद ले सकते है। बहुत ही जल्द हम सब राजाओ की तरह जी सकेंगे। हम में से कुछ तो आज राजाओ की … Read more

पाठ १ – अपरिवर्तनीयता और परिवर्तन

बिटकॉइन को समझाना मुश्किल है। यह एक नयी चीज़ है और पुराणी वस्तुओ से तुलना करने से उसको पूरी तरह समझा नहीं जा सकता। जैसे की बिटकॉइन को डिजिटल सोना कहो या पैसो का इंटरनेट। आपकी जो भी मनपसंद तुलना हो, बिटकॉइन में २ चीज़े सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण है: विकेन्द्रीकरण और अपरिवर्तनीयता। बिटकॉइन को एक … Read more